- Get link
- Other Apps
Featured post
- Get link
- Other Apps
पुष्प झूमते हैं उपवन में
खिलती है डाली डाली
पत्ता पत्ता भीगे ओस से
रंग बिरंगी लगे हर क्यारी
भोरों की गुनगुन का गीत
तितली लेती मन को जीत
घास हरी मिटटी मटमैली
भीनी भीनी सुगंध है फैली
पक्षी करते चीं चीं का शोर
यहाँ नृत्य करते हैं मोर
आओ चलो हम पौध लगाएं
नए नए कई वृक्ष उगायें
पूरी धरती फिर होगी चमन
घर घर महकेगा उपवन
खिलती है डाली डाली
पत्ता पत्ता भीगे ओस से
रंग बिरंगी लगे हर क्यारी
भोरों की गुनगुन का गीत
तितली लेती मन को जीत
घास हरी मिटटी मटमैली
भीनी भीनी सुगंध है फैली
पक्षी करते चीं चीं का शोर
यहाँ नृत्य करते हैं मोर
आओ चलो हम पौध लगाएं
नए नए कई वृक्ष उगायें
पूरी धरती फिर होगी चमन
घर घर महकेगा उपवन
- Get link
- Other Apps
Comments
Post a Comment