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उनको कहो सफ़ाई वाला / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

सुबह-सुबह से आज गली में,
फिर आया है कचरे वाला।

अम्मा, काकी, चाची, भाभी,
सम्बोधन से तान सुनाई।
भैयाजी, चाचा, बाबूजी,
कहकर मीठी टेर लगाई।
दौड़-दौड़ कर कई लोगों ने,
कचरा ला ठेले में डाला।

लोग बाल्टियों टोकनियों में,
कचरा भर-भर कर ले आये।
रुको-रुको ऐ कचरे वाले,
कई लोग छत से चिल्लाये।
कचरे का पैकिट ठेले पर,
लगा निशाना फेक उछाला।

कई लोग तो मुट्ठी-मुट्ठी,
कचरा बार-बार ले आये।
रुको-रुको हम सारा कचरा,
लेकर आते हैं चिल्लाये।
जाने कितने मूर्ख जनों से,
उसका पड़ता हर दिन पाला।

कई लोगों ने डाँट लगाई,
उसको बहुत-बहुत गरियाया।
धमकी दे दी करूँ शिकायत,
तीन दिनों से क्यों न आया।
क्षमा मांगकर सबसे कहता,
मैं भी बीबी बच्चों वाला।

साफ़ सफ़ाई करने वालों,
से हम न्याय नहीं कर पाते।
कचरा तो हम ख़ुद करते हैं,
वे कचरे वाले कहलाते।
कचरे वाला नाम बदलकर,
उनको कहो सफ़ाई वाला।

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