- Get link
- Other Apps
Featured post
- Get link
- Other Apps
आओ अंशू-रिक्की-रानी आओ चुन्नू-मुन्नू भाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
नैनीताल-मसूरी-ऊटी,
या तुमने घूमा शिमला।
गर्मी में सर्दी जैसा ही,
कहाँ तुम्हें आनंद मिला।
कैसे पर्वत-झरने देखे कैसे तुमने नाव चलाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
गये आगरा-दिल्ली-जयपुर,
या तुमने देखा भोपाल।
कहाँ-कहाँ तुम गये घूमने,
मुझे बताओ सारा हाल।
तुमने क्या-क्या चीज खरीदी खाई तुमने कौन मिठाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
या घर में ही लूडो-कैरम,
खेले तुमने खेल अनेक।
इसी विषय पर प्यारे बच्चों,
लिख डालो तुम निबंध एक।
अबकी गर्मी वाली छुट्टी किसने कैसे कहाँ बिताई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
नैनीताल-मसूरी-ऊटी,
या तुमने घूमा शिमला।
गर्मी में सर्दी जैसा ही,
कहाँ तुम्हें आनंद मिला।
कैसे पर्वत-झरने देखे कैसे तुमने नाव चलाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
गये आगरा-दिल्ली-जयपुर,
या तुमने देखा भोपाल।
कहाँ-कहाँ तुम गये घूमने,
मुझे बताओ सारा हाल।
तुमने क्या-क्या चीज खरीदी खाई तुमने कौन मिठाई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
या घर में ही लूडो-कैरम,
खेले तुमने खेल अनेक।
इसी विषय पर प्यारे बच्चों,
लिख डालो तुम निबंध एक।
अबकी गर्मी वाली छुट्टी किसने कैसे कहाँ बिताई.
फिर पढ़ने का मौसम आया-यह कहती आ गयी जुलाई.
bal kavita
bal kavitaen
balkavita
Child Poem
hindi poem
hindi poem for kid
Kavita Hindi For Kid
kids poem hindi
Poem
poem for kid hindi
कविता
बाल कविता
बाल कविताएं
- Get link
- Other Apps
Comments
Post a Comment