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मुँशी सी तन्नाए,
पर जब उनसे कहा गया,
ऐसा ज़ुल्म और भी सह चुके हैं
तो चले गए दुम दबाए ।
+ + + +
मुंशी सी के लड़के तन्नाए,
पर जब उनसे कहा गया,
ऐमा ज़ुल्म औरों पर भी हुआ है
तो वे और भी तन्नाए ।
पर जब उनसे कहा गया,
ऐसा ज़ुल्म और भी सह चुके हैं
तो चले गए दुम दबाए ।
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मुंशी सी के लड़के तन्नाए,
पर जब उनसे कहा गया,
ऐमा ज़ुल्म औरों पर भी हुआ है
तो वे और भी तन्नाए ।
Harivansh Rai Bachchan Kavita
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कटती प्रतिमाओं की आवाज हरिवंशराय बच्चन
कविता
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